कड़ी चौकसी के बावजूद नहीं थम रहा पशु तस्करी का कारोबार

दुमका पुलिस की कड़ी चौकसी के बावजूद नहीं थम रहा पशु तस्करी का कारोबार, दुमका के विभिन्न थाना क्षेत्रों से पशुधनों को भेजा जा रहा है पश्चिम बंगाल। गुरुवार की रात शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र में सात दुधारू पशुओं से लदा पिकअप वाहन जब्त।

कड़ी चौकसी के बावजूद नहीं थम रहा पशु तस्करी का कारोबार

शिकारीपाड़ा ब्यूरो ने रिपोर्ट दी है कि दुमका पुलिस की कड़ी चौकसी के बावजूद जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों से होकर पशु तश्तरी करने का धंधा नहीं रुक रहा है। जिले के हंसडीहा,ओपी व शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र से पशुओं का पश्चिम बंगाल जाना लगातार जारी है। गुरुवार की रात शिकारीपाड़ा थाना के सहायक अवर निरीक्षण जीवन तिऊ पुलिस बल के साथ रात्रि गस्ती कर रहे थे। गस्ती के दौरान शिकारीपाड़ा बाजार के समीप उन्हें एक पिकअप वाहन में पशु होने का संदेश हुआ। उन्होंने वाहन रोकने का संकेत दिया तो चालक एवं खलासी वाहन छोड़कर भाग गए, परन्तु एक व्यक्ति पकड़ा गया। जांच करने पर पिकअप वाहन में सात दुधारू पशु लदे हुए पाएं गये।

जीवन तिऊ ने पशु लदे वाहन को थाना परिसर लाया, जहां उनके बयान पर मामला दर्ज किया गया। मामले में पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी उमेश राम ने बताया कि सभी सात पशुओं को स्थानीय लोगों के जिम्मानामा पर सौंप दिया गया है। एक व्यक्ति गिरफ्तार किया गया है एवं वाहन को जप्त कर लिया गया है। बताते चलें कि विभिन्न थाना पुलिस द्वारा पशु लदे वाहनों को जब्त तो किया जाता है तथा स्थानीय लोगों के बीच जिम्मा नामा पर दे दिया जाता है, लेकिन उसके बाद पशुओं का क्या हुआ देखने वाला कोई नहीं रहता है|मामले में पशु चिकित्सक से पशुओं को पकड़ने के समय या उसके बाद कभी भी स्वास्थ्य जांच नहीं करायी जाती है। उल्लेखनीय है कि हाल फिलहाल ओपी थाना क्षेत्र के गुहियाजोड़ी शिकारीपाड़ा बायपास सड़क पर पशुओं से लदी एक पिकअप वाहन पलट गई थी जिसमें दो पशुधन की मौत भी हो गई थी, लेकिन ओपी थाना पुलिस को घटना की भनक भी नहीं लगी।

पशु तस्करों ने जेशीबी लाकर रातोंरात वाहन को उठा लिया था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बिहार से पश्चिम बंगाल तक पशु तस्करों का रैकेट काम कर रहा है जो रात के अंधेरे में विभिन्न चोर रास्ते से पशु तस्करी के धंधे को अंजाम दे रहा है। हंसडीहा थाना क्षेत्र के बनियारा एवं सरैयाहाट थाना क्षेत्र के पाथरा से पशु तस्करी के धंधे को कंट्रोल किया जाता है। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार बिहार से बड़े वाहनो में पशुओं को लाकर बनियारा एवं पाथरा में उतारा जाता है फिर मौका देखकर पिकअप वाहन में लोडकर पश्चिम बंगाल के रामपुरहाट ले जाया जाता है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार इस गोरखधंधे में बड़े माफिया शामिल हैं जो पुलिस की कड़ी चौकसी के बावजूद चोर रास्तों से पशु तस्करी के कारोबार को चला रहा है।

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