झारखंड बांगाली समिति के शिष्टमंडल ने झामुमो के केन्द्रीय महासचिव विजय कुमार सिंह को सौंपा जोनल सेमीनार में पारित बारह सूत्रीय मांग-पत्र
बांगला भाषा में पठन-पाठन के साथ कुमड़ाबाद नदी पर बने हाई लेवल पुल का नामकरण विद्यासागर सेतु के अनुमोदन का किया मांग
SNS 24 News संवाददाता दुमका
आज गुरुवार को झारखंड बांगाली समिति के एक प्रतिनिधिमंडल ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के केन्द्रीय महासचिव सह अध्यक्ष वार एसोसिएशन दुमका विजय कुमार सिंह से उनके आवास पर भेंट कर समिति के जोनल सेमीनार में सर्वसम्मति से पारित बारह सूत्रीय मांग-पत्र समर्पित किया।
समिति के संरक्षक तथा झारखंड माध्यमिक शिक्षक संगठन के राज्याध्यक्ष दिवाकर महतो ने मांग-पत्र पर चर्चा करते हुए कहा कि प्राथमिक विद्यालयों में बांगला भाषा के शिक्षक और पाठ्य-पुस्तकों की अनुपलब्धता के कारण उच्च विद्यालयों में बांगला मातृभाषा में पढ़नेवाले छात्रों की संख्या लागातार घट रही है और इसी घटे हुए छात्र संख्या को आधार मानकर उच्च विद्यालयों और +2 संकायों से बांगला शिक्षकों के पद या तो हटाए जा रहे है या स्वीकृत ही नहीं किया जा रहा है।उक्त स्थिति मे नयी शिक्षा नीति में मातृभाषा में प्राथमिक शिक्षा लागू करने का आधार ही नहीं मिलेगा।
समिति के मुख्य प्रवक्ता सह बांगला पत्रिका “समिध” के प्रधान सम्पादक दयामय माजि ने कहा कि बांगला एक उत्कृष्ट,सरल और मीठी भाषा है|विश्व में लगभग अठाईस करोड़ पचास लाख लोग बांगला भाषा बोलते हैं, अर्थात विश्व में बागंला बोलने वालो की संख्या पंचम है।इस भाषा के छात्र-छात्राओं को मातृभाषा में शिक्षा उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी समाज के चिंतनशील समाजसेवी और बुद्धिजीवियों की है,हम इस दायित्व से मुंह नहीं मोड़ सकते।
समिति के कोषाध्यक्ष मनोज नाग ने कहा कि आप जैसे समाजसेवी और वुद्धिजीवी को धन्यवाद देने की भाषा तो नहीं है,हमारे मांगों को सक्षम प्राधिकारो से सहानुभूति पुर्ण विचार हेतु धनात्मक सहयोग के लिए समिति सदा आपकी आभारी रहेंगी। शिष्टमंडल के सदस्यों ने श्री विजय सिंह से आग्रह किया कि स्थापना अनुमति प्राप्त उच्च विद्यालय सरसाजोल (शिकारीपाड़ा) तथा कुमड़ाबाद को बांगला भाषाई अल्पसंख्यक विद्यालय का दर्जा देने में आप का सहयोग सर्वविदित है।दोनो विद्यालयों के पोषक क्षेत्रों के मध्य विद्यालयों में अबिलंब बांगला शिक्षकों का पदस्थापन आवश्यक है।
कुमड़ाबाद नदी पर बने पुल का नाम आसपास के ग्रामीणों की आमसभा में प्रख्यात शिक्षाविद् ईश्वरचन्द्र विद्यासागर के नाम पर विद्यासागर सेतु नामकरण किया गया है। इस नामकरण का अनुमोदन सरकार से दिलाने हेतु उचित पहल की अपेक्षा है। केन्द्रीय महासचिव श्री सिंह ने सभी मांगों पर चर्चा परिचर्चा के बाद समिति के शिष्टमंडल को आश्वासन दिया कि बांगला निश्चित ही सहज सरल और झारखंड के लोगों का योगसूत्र का बड़ा माध्यम है, झारखण्ड के बहुसंख्यक जन बांगला बोलते हैं, मैं अपने स्तर से इस मांग- पत्र पर सभी सक्षम प्राधिकारों से न्यायोचित पहल करने का आग्रह करुंगा।