शिकारीपाड़ा में संचालित 255 आंगनबाड़ी केंद्रों को बिना वजन किए दिया जा रहा है पोषाहार का चावल
परिवहन अधिनियम की धज्जियां उड़ाते हुए टेंम्पो से ढोया जा रहा है पोषाहार का चावल
शिकारीपाड़ा(दुमका) ब्यूरो की रिपोर्ट: बाल विकास परियोजना कार्यालय शिकारीपाड़ा में पदस्थापित सरकारी कर्मियों को या तो झारखंड सरकार के नियमों की जानकारी नहीं है या जान-बूझकर नियमों धज्जियां उड़ाई जाती है।ज्ञात हो कि प्रखंड अंतर्गत संचालित 255 आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविकाओं को बाल विकास के प्रखंड गोदाम से बगैर वजन किए औसत के हिसाब से पोषाहार का चावल मुहैया कराया जाता है।जिसे वे टेंपो में लादकर परिवहन अधिनियम की धज्जियां उड़ते हुए ले जाती हैं। बगैर वजन किए पोषाहार का चावल दिए जाने के संबंध में प्रभारी गोदाम प्रबंधक तृप्ति सान्याल ने बताया कि परियोजना कार्यालय द्वारा कांटा उपलब्ध नहीं कराए जाने के कारण पोषाहार का चावल वजन कर नहीं दिया जा रहा है।वही बाल विकास परियोजना पदाधिकारी रंजना कुमारी ने बताया कि पोषाहार का चावल आंगनबाड़ी केंद्र तक ले जाने के लिए सेविकाओं को ₹3 प्रति क्विंटल के दर से भाड़ा का भुगतान किया जाता है|वह जिस वाहन से ले जाएं हम लोगों को नहीं देखना है।