गोमिया: सीसीएल कथारा प्रक्षेत्र के स्वांग वाशरी मे फर्जी नौकरी का खेल जो पिछले कुछ वर्षों पुर्व हुआ था उस मामले का लगभग भांडा फोड़ हो चुका है जिसके विरुद्ध वास्तविक मे नौकरी के अधिकारी मजदूरों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। उपरोक्त बाते की जानकारी देते हुए आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में झारखंड कोलियरी मजदूर यूनियन के स्वांग शाखा सचिव मुमताज आलम ने मिडिया को विस्तार से बताया कि किस तरह नौकरी के हकदार मजदूर आज भी अपनी हक की लड़ाई लड़ रहे हैं और फर्जी वाड़ा कर नौकरी पाने वाले लोग करगली वाशरी में दुसरे के नाम पर नौकरी कर रहे और वेतन के साथ साथ सरकारी सुविधा उठा रहे हैं। उन्होंने एक उदाहरण देते हुए एक कर्मी जिसका नाम बाबू राम उसके स्थान पर फर्जी तरीके से गोनियाटो निवासी हिरालाल साव का पुत्र बसंत नायक नौकरी करगली वाशरी में कर रहा है।
कहा कि यह उदहारण तो एक बानगी भर है ऐसे दर्जनों लोग इस फर्जी नौकरी पाने वालो मे शामिल हैं जो दुसरे के नाम को अपना बता उसके स्थान पर नौकरी हासिल की है। जिसमे पुरुष कर्मियों के साथ साथ महिला कर्मी भी शामिल है। श्री आलम ने आगे कहा कि मजदूरों ने अभी हिम्मत नहीं हारी है। निचली अदालत के फैसले को चुनौती देते हुए पीड़ित मजदूरो के समुह ने सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है उसे पुरा विश्वास है कि वहां से उसे न्याय अवश्य मिलेगा। श्री आलम के अनुसार मामला भले पुराना हो मगर असली हकदार आज भी अपनी नौकरी पाते की बाट जोह रहे हैं। वहीं दुसरी तरफ फर्जी तरीके से नौकरी हासिल करने वाले खुद को सही हकदार बताने से बाज नहीं आ रहे हैं। बहरहाल मामला काफी गंभीर और दंडनीय है जिसकी जांच पड़ताल न्यायालय के सरण मे ही संभव है।