काठीकुंड दुमका मुख्य मार्ग पर कोयला परिचालन से हो रही परेशानियों को लेकर काठीकुंड प्रखंड प्रमुख ने की राज्यपाल एवं राष्ट्रीय हरित अधिकरण से शिकायत
काठीकुंड(दुमका)
SNS 24 News संवाददाता
काठीकुंड दुमका मुख्य मार्ग पर कोयला परिचालन से आमजनों को हो रही परेशानी एवं आए दिन हो रहे सड़क हादसे को लेकर काठीकुंड प्रखंड प्रमुख विमला निपू सोरेन ने झारखण्ड के राज्यपाल एवं नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल से शिकायत की है। शिकायत पत्र में उन्होंने बताया है कि आमडापाड़ा से कोयला दुमका यार्ड में ट्रक द्वारा डंपिंग के लिए जाता है। जो लगभग 60 से 70 किलोमीटर है।
इस क्रम में सभी कोयला लदे वाहन काठीकुंड से होकर गुजरते है।दिनभर में तकरीबन हजारों कोयले की गाड़ियां इस सड़क से गुजरती है। इस सड़क में एक साल में साठ से सत्तर दुर्घटनाएं हो चुकी है। जिसमे सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है,अनेक लोग घायल तथा विकलांग हो चुके हैं।इस सड़क की चौड़ाई कम रहने के कारण आए दिन दुर्घटना होती रहती है।
इस सड़क पर प्रति दिन लाखो की संख्या मे छोटी बड़ी यात्री गाड़ियां गुजरती है। कोयला डस्ट के कारण पर्यावरण के साथ साथ लोगो के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ रहा है। इस सड़क से आवागमन करने वाले एवं सड़क किनारे बसे लोगों को भविष्य में कैंसर तथा फेफड़ा से संबंधित बीमारियां होने की संभावना बनी हुई है।
हजारों कोयला लोड गाड़ियों के परिचालन से सड़क भी क्षतिग्रस्त हो चुकी है। काठीकुंड प्रमुख ने राज्यपाल महोदय एवं नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के अध्यक्ष महोदय से इस रोड पर कोयला परिचालन पर रोक लगाने की मांग की है, ताकि आए दिन कोयला लदे वाहनों से सड़क दुर्घटना ना हो।