आपदा प्रबंधन के जारी निर्देशों का करें अनुपालन : उपायुक्त

आपदा प्रबंधन के जारी निर्देशों का करें अनुपालन : उपायुक्त

– पटाखा विक्रेता बरतें विशेष सावधानी,सुरक्षित एवं सुखद दीपावली मनाएं

 

– जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार ने दीपावली को लेकर क्या करें,क्या नहीं करें को जारी किया सुरक्षा निर्देश

 

सुख एवं समृद्धि का प्रतीक “दीपावली‘‘ पर्व इस बार 12 नवंबर 2023 को है। इस बाबत उपायुक्त श्री कुलदीप चौधरी ने मंगलवार को जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार द्वारा जारी सुरक्षा- निर्देशों का शत प्रतिशत अनुपालन करने का अपील किया है।

 

कहा कि आम तौर पर दीपावली में अतिशबाजी करके हर्षोल्लास व्यक्त किये जाने की परंपरा है। कई बार ऐसा देखा गया हैै कि हमारी छोटी सी असावधानी अथवा अति उत्साह में की गई अतिशबाजी जानलेवा साबित हुई है।

 

स्मरण रहें कि ‘‘असावधानी ही हादसे को जन्म देती है‘‘। अतः “सुरक्षित एवं सुखद दीपावली-2023” हेतु जारी सुरक्षा-निर्देश का शत प्रतिशत सभी अनुपालन करें। आमजनों के साथ पटाखा विक्रेता भी विशेष सावधानी बरतें।

 

पटाखा विक्रेताओं के लिये जारी दिशा-निर्देश :-

 

– प्रशासन द्वारा पूर्व निर्धारित स्थल पर ही पटाखे की बिक्री करें।

– पटाखा बिक्री से पूर्व प्रशासन एवं अग्नि शामन विभाग से अनुमति वा अनापति प्रमाण पत्र अनिवार्य रूप से लें।

 

– बाजार,सड़क के किनारे पेट्रोल पम्प, गैर गोदाम, भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर पटाखें की बिक्री ना करें।

 

– उन्हीं पटाखों की बिक्री करें जो स्वास्थ्य तथा वातावरण को प्रभावित न करें।

 

– ऐसे पटाखों की बिक्री न करें जिनकी ध्वनि स्तर की सीमा 125 डेसीबल से अधिक हो।

 

– विक्रय कार्य में नाबालिग/छोटे बच्चों को न लगायें।

 

– पटाखों के पण्डाल में बिजली की वायरिंग किसी योग्य एवं प्रशिक्षित इलेक्ट्रीशियन से कराये एवं हमेशा आई0एस0आई मार्क के काॅपर के तार का ही प्रयोग करें,नंगे तारों पर अच्छी प्रकार से टेप लगा कर रखें।

 

– पटाखों के पण्डाल में ज्वलनशील पदार्थ जैसे डीजल,केरोसीन,पेट्रोल इत्यादि को एकत्र करके न रखें और न ही इनका प्रयोग करें।

 

– पटाखों के पण्डाल के आसपास पर्याप्त मात्रा में पानी,बालू एवं अग्निशमण यंत्र अनिवार्य रूप से रखें एवं इनका प्रयोग किस प्रकार करना है इसकी जानकारी आवश्य रखें।

 

– पटाखों के पण्डाल में प्रशिक्षित स्टाफ की देखरेख में प्राथमिक चिकित्सा किट अनिवार्य रूप से रखें।

 

नोटः- जो भी पटाखा विक्रेता उपर्युक्त निर्देशों का पालन नहीं करेगा उन पर जिला प्रशासन द्वारा उचित एवं विधि सम्मत कारवाई की जायेगी।

 

आमजनों के लिये जारी सुरक्षा -निर्देश,क्या करें और क्या न करें

 

– आजकल मार्केट में कम कीमत और नकली पटाखों की कोई कमी नहीं है, इसलिए हमेशा अच्छे ब्रांड वाले पटाखे ही खरीदे साथ ही साथ किसी अनुज्ञप्तिधारी विश्वासनीय पटाखा विक्रेता से ही पटाखें खरीदें।

 

– किसी भी स्थिति में अधजले पटाखें को दोबारा जलाने की कोशिश न करें। 10 -15 मिनट तक इंतजार करें तत्पश्चात उसे पानी की बाल्टी में डुबो दें।

 

– पटाखों के पैकेट पर उचित सुरक्षा उपयों का सख्ती से पालन करें। बच्चों को कभी भी अकेले पटाखे न जलाने दें।

 

– पटाखों को जलाने के लिये मोमबत्ती अथवा फुलझड़ी,लम्बी लकड़ी आदि का ही प्रयोग करें।

 

– घनी आबादी अथवा भीड़-भाड़ वाले जगह, सकरी गलिया अथवा घर के अंदर कभी भी पटाखें न जलाएँ।

 

– पटाखों को एक-दो हाथ की दूरी पर रख कर ही जलायें। एकदम समीप से पटाखें को कदापि न जलाने का प्रयास करें।

 

– अधजले पटाखें को कभी भी नजदीक से देखने का भूल न करें।आतिशबाजी हमेशा खाली स्थान पर ही करें।

 

– बहुत अधिक आवाज करनेवाले पटाखें का उपयोग नहीं करें।

 

– सम्भावित आग से बचने के लिए पानी से भरी बाल्टियों एवं कंबल तैयार रखें।

 

– सड़क पर कभी भी पटाखें न जलाएँ क्योंकि इससे कोई बड़ी सड़क दुर्घटना हो सकती है।

 

– पटाखें को किसी भी ज्वलनशील पदार्थ जैसे पेट्रोल,डीजल,केरोसिन या गैस सिलेन्डर आदि एवं बच्चों की पहुँच से दूर रखें।

 

– रात के 10ः00 बजे से लेकर सुबह 06ः00 बजे के बीच तेज आवाज वाले पटाखें न जलाये।

 

– कम उम्र के बच्चों को पटाखें जलाते समय उनके साथ रहें और उन्हें पटाखें जलाने का सुरक्षित तरीका बताएँ।
किसी भी तरह के पटाखें को हाथ से पकड़कर जलाने का प्रयास न करें।

 

– तेज आवाज करने वाले पटाखों से बच्चों को दूर रखें। अवैध तौर पर निर्मित पटाखें न जलायें।

 

– आग से अधिकतम सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु सूती के कपड़े का प्रयोग करें।

 

– पटाखों के साथ कोई छेड़ छाड़ अथवा खुद से पटाखा बनाने की कोशिश न करें।

 

– पटाखें जलाते वक्त जुता या चप्पल जरूर पहनें। पटाखें जलाते समय अपने चेहरे को उसके सामने न ले जाये।

 

– हवाई पटाखों मेें आग लगाने से पहले यह सुनिश्चित हो जाय कि उसकी दिशा सही है। दिशा सही नहीं रहने के कारण कई बार वह आग लगने का कारण बनता है।

 

– पटाखें जलाते वक्त सिंथेटिक कपड़े अथवा ढीले-ढाले या ज्यादा खुले कपड़े न पहने क्योंकि उससे शीघ्रता से आग लगने की संभावना रहती है।

 

– अगर कोई व्यक्ति जल जाता है तो उसके शरीर के जले हुए हिस्से को तुरंत पानी में डुबोएँ उसके बाद उस स्थान पर कोई मलहम जैसे- एलोविरा या बरनौल,नारियल तेल आदि लगाएँ। अगर जलन ज्यादा गंभीर है तो पीड़ित को तुरन्त अस्पताल ले जाएँं।

 

– राॅकेट जैसे पटाखों को जलाते समय यह ध्यान रखें कि उपर या आस पास कोई पेड़,घर,विशेषकर झोपड़ियो, दीवार, बिजली तार आदि न हो।

 

– दीपावली के दौरान धुएँ से प्रदूषण बढ़ जाने की स्थिति में श्वास रोगियों को विशेष सावधानी रखने की जरूरत है।

 

– किसी भी प्रकार के दुर्घटना की स्थिति में अफरातफरी एवं भगदड़ न मचाएँ। ऐसी स्थिति में शांति एवं संयम से काम लें।

 

नोटः- किसी भी आपात स्थिति में सहायता के लियेे 100, अग्नि शमन सहायता के लिये 8709299809, 7909021844, 9708601484 एम्बुलेंस की सहायता के लिए 108 एवं कंपोजिट कन्ट्रोल रूम के लिये 06542-247891,06542-223475 एवं 06542-242402 नम्बर पर संपर्क करें।

 

 

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