गोमिया थाना प्रभारी पर मारपीट करने का आरोप

गोमिया थाना प्रभारी पर मारपीट करने का आरोप, एस डी पी ओ से की गई शिकायत

पूर्व मंत्री माधवलाल सिंह ने कहा बेलगाम है गोमिया पुलिस

गोमिया : अनुमंडल के गोमिया थाना प्रभारी पर मारपीट करने का आरोप लगा है

गोमिया थाना प्रभारी पर मारपीट करने का आरोप, एस डी पी ओ से की गई शिकायत

पूर्व मंत्री माधवलाल सिंह ने कहा बेलगाम है गोमिया पुलिस

गोमिया : अनुमंडल के गोमिया थाना प्रभारी राजेश रंजन पर मारपीट करने का आरोप लगा है. गोमिया के रहने वाले दो युवकों ने थाना प्रभारी पर बेवजह मारपीट करने आरोप लगाया है. एक मामला धर्मेंद्र कुमार का है जो बीटेक की पढ़ाई करने के बाद परीक्षा की तैयारी कर रहा है. धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि 19 अगस्त की रात को गोमिया थाना प्रभारी दलबल के साथ मेरे घर पहुंचे और मुझे जबरदस्ती थाना ले गये और मारपीट करने लगे. वजह पूछने पर बताया कि मोबाइल-सिम का मामला है. तुम्हारे नाम से कोई और व्यक्ति सिम यूज कर रहा है. गोमिया थाने की पुलिस को मैंने बताया कि मुझे इस मामले को लेकर कोई जानकारी नहीं है. तब गोमिया थाना प्रभारी और गोमिया थाने की पुलिस ने बेरहमी से मारपीट की और एक कागज पर हस्ताक्षर करा कर छोड़ दिया.

वहीं दूसरा मामला हेमंत कुमार यादव का है जो मूल रूप से दूध बेचने और एलआईसी एजेंट का काम करते हैं. आरक्षी अनुमंडल पदाधिकारी से शिकायत कर बताया कि 31 जुलाई की शाम को गोमिया थाना प्रभारी ने कॉल कर बुलाया. गोमिया थाना प्रभारी ने कहा कि विजय मेडिकल दुकान में कुछ दिन पहले चोरी हुई थी और उसमें तुम भी शामिल थे, जब मैंने मना किया तो गोमिया थाना प्रभारी ने मारपीट की. इन दोनों मामले की शिकायत आरक्षी अनुमंडल पदाधिकारी से की गई है और गोमिया थाना प्रभारी के खिलाफ जांच की मांग की गई है.

इस मामले को लेकर पूर्व मंत्री माधव लाल सिंह ने कहा कि पुलिस पदाधिकारी किसी भी व्यक्ति के साथ मारपीट नहीं कर सकते हैं. यदि पुलिस पदाधिकारी निर्दोष व्यक्ति के साथ मारपीट करते हैं तो उनके खिलाफ जांच की जायेगी. पुलिस पदाधिकारी को अपने दायरे में रह कर काम करना चाहिए और बेवजह किसी भी व्यक्ति को तंग नहीं करना चाहिए.

मारपीट का आरोप बेबुनियादः थाना प्रभारी
इस मामले को लेकर गोमिया थाना प्रभारी राजेश रंजन ने बताया कि संदेह के आधार पर पूछताछ के लिए दोनों व्यक्तियों को थाना लाया गया था. मारपीट की घटना जो आरोप लगाया जा रहा है वह बेबुनियाद है. राजेश रंजन ने बताया कि धर्मेंद्र कुमार नामक व्यक्ति के नाम से सिम जारी हुआ है. वहीं मेडिकल दुकान में हुई चोरी के मामले में दूध बेचने वाले व्यक्ति के ऊपर एफआइआर किया गया था. इसी मामले में पूछताछ के लिए बुलाया गया था.

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