बच्चों को तम्बाकू के दुष्प्रभाव के प्रति किया गया जागरूक

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■ जिले के 28 स्कूलों के कुल 8356 बच्चों को स्कूल कार्यक्रम में तम्बाकू के दुष्प्रभाव के प्रति जागरूक किया गया।

■ नेताजी सुभाष चन्द्र बोस आवासीय विद्यालय सेक्टर 2डी बोकारो में तम्बाकू के दुष्परिणाम विषय पर सेमिनार का आयोजन किया

■ तम्बाकू की लत छोड़ने के लिये तम्बाकू नशा मुक्ति केन्द्र सदर अस्पताल में सम्पर्क करें।

■ स्कूल प्रबंधन / प्राचार्य अपने स्तर से जांच करें कि टाफी गाईडलाइन का प्रयोग किया गया है या नही।

बोकारो : आज दिनांक 15 सितम्बर, 2023 को नेताजी सुभाष चन्द्र बोस आवासीय विद्यालय सेक्टर 2डी बोकारो में तम्बाकू के दुष्परिणाम विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रभारी वार्डन के द्वारा किया गया। स्वास्थ्य विभाग के प्रतिनिधि मो० असलम जिला परामर्शी तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के द्वारा सभी बच्चों को तम्बाकू के दुष्परिणाम, तम्बाकू में पाये जाने वाले जहरीले तत्व तम्बाकू प्रयोग से स्वास्थ्य पर दीर्घ अवधी परिणाम, Second hand Smoke व उससे होने वाले नुकसान, तम्बाकू नशा मुक्ति केन्द्र व तम्बाकू छोड़ने के उपाय, तम्बाकू छोडने हेतु टोल फ्री न0 1800-11-2356 के साथ तम्बाकू मुक्त शिक्षण संस्थान कैसे किया जाये और इसमें बच्चों की क्या जवाबदेही है इसके बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।

जिला परामर्शी मो० असलम द्वारा बताया गया कि भारत सरकारी द्वारा उपलब्ध कराई गई गाईडलाईन व सी०बी०एस०सी० बोर्ड के द्वारा जारी आदेश के अनुसार सभी स्कूल में टाफी गाईडलाईन का अनुपालन करना होगा। स्कूल प्रबंधन / प्राचार्य सरकारी हो या गैर सरकारी सभी अपने स्तर से जांच करें कि टाफी गाईडलाइन का प्रयोग किया गया है या नहीं। यदि नही किया गया है तो उस गाईडलाईन का अनुपालन करना सुनिश्चित करें अन्यथा कोटपा 2003 की धारा 6 बी के तहत 200 रू0 तक का जुर्माना हो सकता है

सेमिनार में बताया गया कि विद्यालय को तम्बाकू मुक्त करने के लिये सभी जरूरी चीजों को स्कूल के अन्दर प्रतिष्ठापन किया जाना है जो निम्न है:-

◆ विद्यालय के मुख्य द्वार पर तम्बाकू मुक्त शिक्षण संस्थान का बोर्ड / दिवाल लेखन होना चाहिए।

◆ विद्यालय के अन्दर यह परिसर / भवन तम्बाकू मुक्त है इसका बोर्ड / दिवाल लेखन होना चाहिए।

◆ परिसर के अन्दर तम्बाकू उत्पाद के उपयोग का कोई सबूत नहीं है, अर्थात सिगरेट / बीड़ी बटस या छोड़े गए गुटका / तम्बाकू के पाउच / थूकने के धब्बे नही होना चाहिए।

◆ परिसर में तबाकू के दुष्परिणाम को दर्शाती पोस्टर एवं अन्य जागरूकता सामग्री का प्रदर्शन किया गया हो।

◆ पिछले 6 महीनों के दौरान कम से कम एक बार तम्बाकू नियंत्रण पर कोई गतिविधि का आयोजन करना।

◆ तम्बाकू मॉनिटर का नाम / पदनाम और सम्पर्क नम्बर का उल्लेख साइनेज पर किया गया हो।
◆ शिक्षण संस्थान के आचार संहिता के कोड में तम्बाकू का उपयोग नहीं किए जाने संबंधित मानदंड का समावेश।

◆ शिक्षण संस्थान की चाहरदीवारी से 100 गज क्षेत्र के दायरे में पीली रेखा द्वारा तम्बाकू मुक्त क्षेत्र अंकित किया गया हो।

◆ शिक्षण संस्थान के 100 गज के दायरे में तम्बाकू उत्पाद बेचने वाली दुकाने न हों।

स्कूल कार्यक्रम में सदर अस्पताल के मनोचिकित्सक डा० प्रशान्त कुमार मिश्रा द्वारा सभी बच्चों को नशा की लत कैसे लगता है। मानसिक तनाव व इससे दूर रहने के उपाय के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई साथ ही सभी बच्चों को टेलीमानस के बारे में भी जानकारी दी गई।

कार्यक्रम में स्कूल के प्राचार्य, जिला परामर्शी मो० असलम तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम, सोशल वर्कर छोटेलाल दास, विद्यालय के शिक्षक, स्टाफ व बच्चे उपस्थित थे।

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