SNS 24 News संवाददाता, दुमका
आज तीन सितंबर रविवार को केवी वाटिका दुमका में जिलाध्यक्ष डॉ बाणी सेनगुप्ता की अध्यक्षता में झारखंड बांगाली समिति दुमका जोन की ओर से मातृभाषा बांग्ला शिक्षा और बंगभाषियो के दायित्व विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमीनार में देवघर,गोड्डा,पाकुड़, साहिबगंज एवं जामताड़ा जिला के साथ-साथ दुमका के ग्रामीण इलाकों से बंगभाषी बुद्धिजीवियों ने भाग लिया।
सेमीनार दो सत्रों में आयोजित किया गया| उद्घाटन सत्र में पुर्वाह्न आगत अतिथियों का चंदन टीका और पुष्प गुच्छ देकर समिति के महिला शाखा के सदस्यों ने स्वागत किया। तत्पश्चात निबंधन और आसन ग्रहण कार्यक्रम के बाद मुख्य अतिथियों एवं दुमका जोन के विभिन्न शाखाओं से आगंतुक बुद्धिजीवियों ने मंगल द्वीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
पुर्वाह्न 11.00-12.00 बजे तक गीत-संगीत और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन में समिति के महिला कलाकारों ने समवेत उद्वोधन संगीत प्रस्तुत किया एवं समिति के कोषाध्यक्ष ने स्वागत सम्बोधन में आगत सभी सम्मानित सदस्यों, वुद्धिजीवीयों एवम् मुख्य अतिथियों को कर्मयोगी ईश्वरचन्द्र विद्यासागर, माणिक वन्दोपाध्याय जैसे विख्यात साहित्यकार की कर्मभूमि में उपस्थित होने के लिए हार्दिक स्वागत किया और बधाई दी। नृत्य-संगीत कार्यक्रम में समिति के कलाकार कृष्णा दास, कौशानी सेनगुप्ता, श्रेयसी सरकार, सुपर्णा चटर्जी, स्वरुप सेनगुप्ता ने एक से बढ़कर एक नृत्य और संगीत पेश कर कार्यक्रम में उपस्थित दर्शकों का मन मोह लिया।
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में विचार- मंथन के दौरान दिवाकर महतो ने बिषय- प्रवेश करते हुए कहा कि झारखंड बांगाली समिति झारखंड राज्य में बांग्ला पठन-पाठन में आनेवाले हर समस्याओं के समाधान और बांग्ला भाषा साहित्य के शिक्षक नियुक्ति,पाठ्य पुस्तकों की आपूर्ति, शिक्षक नियुक्ति तथा बांग्ला साहित्य और संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए लगातार संघर्षरत है| आनेवाले समय में संघर्ष करते रहेगें। चर्चा -परिचर्चा में अयन बोस,सुव्रत सिंह, डॉ छाया गुहा,स्वपन बनर्जी झारखंड बांगाली समिति के प्रदेश सचिव तपन सेनशर्मा,प्रदेश अध्यक्ष विद्रोह मित्र ने महत्वपूर्ण वक्तव्य पेश किया।
अवसर पर सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि विभिन्न मांगों से संबंधित एक मांगपत्र मुख्यमंत्री झारखंड,विधानसभाध्यक्ष,झारखंड, एवं महामहिम राज्यपाल झारखंड को सहानुभूतिपूर्वक विचार हेतु दिया जायगा। समिति द्वारा सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि मांग पत्र के माध्यम से राज्यपाल ,मुख्यमंत्री एवं विधानसभाध्यक्ष से मांग की जाएगी कि झारखडं के सभी जिलों के बांग्ला भाषी बहुल प्रखण्डों में प्रथम वर्ग से द्वादश वर्ग तक पश्चिम बंगाल बोर्ड की पाठ्य-पुस्तकों की वर्ग वार कम से कम एक एक हजार प्रतियां आपूर्ति की जाएं। परीक्षा के समय बांग्ला प्रश्न पत्रों की आपूर्ति की जाय।
झारखंड के सभी जिलों में बांग्ला भाषियों का निवास है,अतः सभी जिलों में बांग्ला को क्षेत्रीय भाषा का दर्जा दिया जाय। दुमका जिला के स्थापना अनुमति प्राप्त उच्च विद्यालय कुमड़ाबाद एवम् स्थापना अनुमति प्राप्त उच्च विद्यालय सरसाजोल (शिकारीपाड़ा) को बांग्ला भाषाई अल्पसंख्यक विद्यालय की स्वीकृति दी जाय तथा दोनों विद्यालयों के पोषक क्षेत्र के मध्य विद्यालयों में बांग्ला शिक्षकों की नियुक्ति की जाय। सभी बांग्ला भाषी बहुल गांवों के आंगनवाड़ी में ईश्वरचन्द्र विद्यासागर रचित वर्ण परिचय भाग एक और दो की आपूर्ति की जाय। बांग्लाभाषी बहुल गांवों के पंचायत ग्रन्थालयों में बांग्ला भाषा और साहित्य की पुस्तकें आपूर्ति की जाय।
सभी पंचायत कार्यालय,विद्यालयों एवम् प्रखंड कार्यालय का नाम बांग्ला में भी लिखा जाय।सभी सरकारी योजनाओं के प्रचार प्रसार में बांगला भाषा का भी उपयोग किया जाय। सभी बांग्ला भाषी बहुल इलाकों के उत्क्रमित उच्च विद्यालयों में बांग्ला भाषा के शिक्षको के पद स्वीकृत किए जाय। कर्माटाड़ में पंडित ईश्वरचन्द्र विद्यासागर की स्मृति में बने नन्दन कानन,टैगोर हाल रांची एवम् आचार्य जगदीश चन्द्र बसु का वासभवन गिरीडीह को पर्यटन मानचित्र में सम्मिलित कर समुचित विकास योजना लागू की जाय। राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में बांग्ला ब्रिज कोर्स चालू किया जाय। झारखडं टेक्स्ट बुक कमेटी का गठन किया जाय तथा कर्माटांड़ नारायण प्रेस चालू कर बांग्ला पुस्तकों की छपाई की जाय। अल्पसंख्यक आयोग में एक पद बांग्ला भाषाई अल्पसंख्यक को दिया जाय।
कुमड़ाबाद के आसपास के ग्रामीणों ने ग्राम वासियों द्वारा आयोजित ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित कर कुमड़ाबाद लम्बी पुल का नाम शिक्षाविद ईश्वरचन्द्र विद्यासागर के नाम पर विद्यासागर सेतु नामकरण किया गया है,उक्त नाम का अनुमोदन दिया जाय। एवं कुमड़ाबाद पुल जाने के लिए गांव से बाहर बाईपास रोड अबिलंब बनाया जाय|समिति द्वारा निर्णय लिया गया कि श्री श्री रामकृष्ण उच्च विद्यालय दुमका एवं उच्च विद्यालय आसनबनी में बांग्ला भाषा के स्वीकृत पद को विलोपित कर दिया गया है इस संबंध में समिति अलग से शिक्षा विभाग से पत्राचार कर समस्या का हल करेंगी तथा संबंधित पक्षों को मांग पत्र प्रेषित करेंगी।
कार्यक्रम में विभिन्न जिलों एवम् शाखा से प्रदीप कुमार दत्त,समीर मित्र,ब्रजमोहन मंडल, उत्तम कुमार मंडल, उत्पल दास, वीरेन नदीं, तापस नदीं सपन पात्र,भैरव चौधरी,सुमंत चन्द,अमिता रक्षित, डी.एन.गोरांय, आशीष आचार्य, सुव्रत सिंह, झारखंड बांगाली समिति के सचिव तपन सेनशर्मा,अध्यक्ष विद्रोह मित्र ने वक्तव्य रखा|मंच संचालन दयामय माजि ने किया एवं अध्यक्षीय वक्तव्य डॉ बाणी सेनगुप्ता और धन्यवाद ज्ञापन सपन बनर्जी ने किया। आयोजन में स्वरुप सेनगुप्ता, सुशीत चक्रवर्ती, अंशुमान, डॉ ध्रुव महाजन, प्रेम केशरी, सुवास चन्द्र मंडल, उज्जवल गुहा का महत्वपूर्ण योगदान रहा। अवसर पर श्रीमती अमिता रक्षित और श्री मनोज घोष को मानद पीएचडी की उपाधि प्राप्त होने पर समिति ने मोमेंटो देकर सम्मानित किया।