नाला/दुमका
SNS 24 News संवाददाता
आज सोमवार को झारखंड बांगाली समिति के संरक्षक दिवाकर महतो के नेतृत्व में झारखंड बांगाली समिति जिला शाखा दुमका के एक प्रतिनिधिमंडल ने विधानसभा अध्यक्ष, झारखंड सरकार रविन्द्र नाथ महतो को उनके आवास में जाकर झारखंड बांगाली समिति के ज़ोनल सेमीनार में सर्वसम्मति से पारित 12 सूत्री मांग-पत्र समर्पित किया। इस अवसर पर समिति के प्रतिमडंल ने श्री महतो को दुमका से प्रकाशित श्यमलिमा पत्रिका, समकालीन विषयों पर लिखे गए उत्कृष्ट पुस्तकें एवं अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया|मांग-पत्र पर चर्चा के दौरान शिष्टमंडल के सदस्यों ने कहा कि झारखंड बनने के बाद बांग्ला पठन-पाठन की स्थिति में लगातार ह्रास हो रहा है। विद्यालयों, महाविद्यालयों एवम् विश्वविद्यालयों में बांग्ला भाषा साहित्य के शिक्षक सेवानिवृत्त होने के बाद नयी नियुक्ति नहीं होने के कारण छात्र संख्या घट रही है।
+2 उच्च विद्यालयों में दो बार नियुक्ति हुई परन्तु दोनों बार बांग्ला भाषा के पद का विज्ञापन नहीं निकाला गया। बांग्ला पाठ्य-पुस्तकों एवम् प्रश्नपत्रों की आपूर्ति बंद कर दी गई है। अबिलंब शिक्षक नियुक्ति, पाठ्य-पुस्तकों की आपूर्ति होनी चाहिए। दुमका जिला के स्थापना अनुमति प्राप्त उच्च विद्यालय कुमड़ाबाद और सरसाजोल को बांगला भाषाई अल्पसंख्यक विद्यालय घोषित करने,पंचायत लाईब्रेरी में बांगला पुस्तक देने, बांगला भाषी बहुल इलाकों के उत्क्रमित होनेवाले उच्च विद्यालयों में बांगला भाषा शिक्षक के पद स्वीकृत करने,रांची के टैगोर हाल,कर्माटांड़ के नन्दन कानन तथा गिरीडीह के प्रख्यात वैज्ञानिक जगदीश चन्द्र बोस के वासभवन को हेरीटेज घोषित कर विकास योजना बनाने की मांगों पर परिचर्चा हुई। मौके पर विधानसभा अध्यक्ष को जानकारी दी गई कि कुमड़ाबाद मयुराक्षी नदी पर बनाए गये पुल का नाम आसपास के ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव के द्वारा महान शिक्षाविद ईश्वरचन्द्र विद्यासागर के नाम पर विद्यासागर सेतु रखा है,जिसे जोनल सेमीनार में ध्वनिमत से पारित किया गया है| उक्त नाम का अनुमोदन दिया जाय एवम् गांव के बाहर बाईपास रोड बनाया जाय।
अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने आश्वासन दिया कि बांगला भाषा, साहित्य और संस्कृति उत्कृष्टतम है, झारखंड में एक से एक महान शख्सियत इस समुदाय में जन्मे हैं,जो हमारे लिए गर्व की बात है|मैं संबंधित विभागों को सभी मांगों के संबंध में निदेशित करुंगा,सहानुभूतिपूर्ण विचार विमर्श के बाद समिति के मांगों को यथासंभव उचित और न्यायोचित निर्णय लेने में सहयोग करुंगा।
शिष्टमंडल में दयामय माजि, मनोज नाग, स्वरुप सेनगुप्ता, नीरज नाग, माणिक लौह, खगेन्द्रनाथ मंडल, ब्रजमोहन मंडल, उत्तम मंडल, उत्पल दास, रोबिन कुमार मंडल, सुरजीत भट्टाचार्य, बादशा मुखर्जी, दिलीप कुमार दे, प्राणगोपाल महतो शामिल थे|