भाजपा प्रर्देश अध्यक्ष बाबू लाल मंराडी और कांग्रेस नेताओं के बाद गिरिडीह के झामुमो नेता ने लगाया रजिस्ट्रार पर भू- माफिया से मिले होने का आरोप
गिरिडीह : पूर्व सीएम सह भाजपा प्रर्देश अध्यक्ष बाबूलाल मंराडी और कांग्रेस नेताओं के आरोपों से घिरे गिरिडीह के रजिस्ट्रार सहदेव मेहरा एक बार फिर अपने कारस्तानी के कारण गंभीर आरोपों के घेरे में है। शुक्रवार को ही प्रेसवार्ता कर झामुमो नेता रोहन सिंह, अभिनव कुमार और मोहन स्वर्णकार ने रजिस्ट्रार पर भू माफियाओं से मिले होने का आरोप लगाते हुए कहा कि फर्जी तरीके से रजिस्ट्रार सहदेव मेहरा ने सदर अचंल के पांडेयडीह मौजा के प्लॉट को सुमित लाल चाौरसिया और पूर्व वार्ड पार्षद शिवम श्रीवास्तव के नाम रजिस्ट्री कर दिया। जबकि पांडेयडीह का खाता नंबर 14 का प्लॉट 94 का 15 डिस्मिल जमीन की मालकिन बिल्सी देवी के वंशजो प्रदीप कुमार केसरी, दिलीप केसरी और विजय केसरी ने प्रीति देवी, अभिनव कुमार समेत अन्य लोगों के नाम पर पहले से रजिस्ट्री कर दिया था। जिसका पूरा ब्यौरा रजिस्ट्री कार्यालय में ऑनलाईन अपटूडेट है। इसके बाद भी रजिस्ट्रार ने पूर्व पार्षद शिवम श्रीवास्तव, सुमित लाल चाौरसिया से मिली भगत कर बिल्सी देवी के रिश्तेदार प्रभुनाथ केसरी, अशोक केसरी, दीनानाथ केसरी और राजेश केसरी से मिल कर फर्जी दस्तावेज बनाकर पूर्व पार्षद और न्यू समाहरणालय में रसोईए की एजेंसी चला रहे संवेदक सुमित लाल चाौरसिया के नाम फर्जी तरीके से रजिस्ट्री कर दिया है। इसे जाहिर होता है कि गिरिडीह के रजिस्ट्रार सहदेव मेहरा का कनेक्शन भू माफियाओं से है। इधर मामले में जब रजिस्ट्रार सहदेव मेहरा से जानकारी ली गई तो उनका स्पस्ट कहना था कि हो सकता है कि उनकी नजर कागजातों पर नहीं पड़ा हो, अब मामला सामने आया है। तो सारे कागजात की जांच की जाएगी।