केतार।प्रखंड क्षेत्र के सुप्रसिद्ध श्री सूर्य नारायण मंदिर परिसर में चल रहे तीन दिवसीय श्री सूर्य सहस्त्रार्चन महायज्ञ एवं श्री राम कथा के तीसरे दिन भक्तजन सुबह से ही श्री सूर्य नारायण मंदिर में पहुंचकर विधवा पूजा अर्चना व परिक्रमा किए।सोमवार को यज्ञाचार्य सौरभ भारद्वाज एवं आए हुए विद्वान पंडित धीर्जानंद शास्त्री,पंडित विनय चतुर्वेदी,राजन तिवारी,शुभम
तिवारी के द्वारा पूजा अर्चना रुद्राभिषेक हुआ हवन किया गया।तत्पश्चात मुखिया मूंगा साह के सौजन्य से महा प्रसाद का वितरण किया गया।संध्या में यज्ञाचार्य एवं कथावाचक श्री सौरभ भारद्वाज द्वारा संगीत में श्री राम कथा प्रवचन का श्रवण कराया गया।जिसमें काफी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थें।इस मौके पर मंदिर के अनुशासन समिति के वरिष्ठ पदाधिकारी ब्रजेंद्र कुमार सिंह,रामेश्वर प्रसाद सिंह, अशर्फी मेहता,मंदिर निर्माण समिति अध्यक्ष योगेंद्र कुमार सिंह,सचिव रविकांत चंद्रवंशी,यज्ञ समिति के अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह,अजय सिंह,मंजेश गुप्ता, दिनेश वर्मा,चंदन कमलापुरी, दिपियंकर वर्मा,सुधीर प्रसाद सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
केतार भारतीय संविधान के निर्माता एवं महान समाज सुधारक भारत रत्न से सम्मानित बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती पर मुख्य बजार में अष्टधातु से अवस्थित आदमकद प्रतिमा पर क्षेत्र के ग्रामीण जनता एवं समाजसेवी तथा प्रतिष्ठित व्यक्ति ने माल्यार्पण कर उन्हें शत-शत नमन किया।
बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के उपरांत वक्ताओं ने कहा कि संविधान के रचइता ज्ञान और विलक्षण प्रतिभा संपन्न डॉ. अम्बेडकर ने प्रतिकूल परिस्थितियों में भी एक शिक्षावाद, कानूनी विशेषज्ञ, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाज सुधारक के रूप में काम किया। डॉ साहेब की सामाजिक न्याय की अवधारणा अतुलनीय थी जो सामाजिक समरसता का संदेश देती है उन्होंने कहा की बाबा साहब केवल दलित समाज के नहीं बल्कि पूरे राष्ट्र के पथप्रदर्शक थे, जिन्होंने वंचितों को अधिकार दिलाने की ऐतिहासिक लड़ाई लड़ी व बाबा साहब अम्बेडकर का पूरा जीवन प्रेरणाश्रोत है उनके विचारों,आदर्शो को जीवन में आत्मसात करने की आवश्यता है।