श्रावणी माह की आखरी सोमवारी को बासुकीनाथ में 1,13,505 श्रद्धालुओं ने किया जलार्पण, 1929 श्रद्धालुओं ने किया शीघ्र दर्शनम से बाबा का जलाभिषेक, 2610 डाक बम श्रद्धालुओं ने किया जलार्पण.
बासुकीनाथ (दुमका) : श्रावणी माह की आखरी सोमवारी को आज फौजदारी दरबार बाबा बासुकीनाथ में आस्था और विश्वास का सैलाब उमड़ पड़ा।आखरी सोमवारी को बासुकीनाथ धाम पूरी तरह से केसरिया रंग में सरबोर दिखा, ऐसा लगा मानो देवलोक ही बासुकीनाथ की पावन भूमि पर उतर गया हो। आज अहले सुबह पुरोहित पूजा के बाद 3 बजकर 50 मिनट पर जैसे ही जलार्पण शुरु हुआ, श्रद्धालुओं की कतार बढ़ती चली गयी। चाक चौबंद सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था के बीच बाबा पर श्रद्धालु पूरी शांतिपूर्ण ढंग से कतारबद्ध होकर अर्घा के माध्यम से लगातार जलार्पण कर रहे थे।लाल पीले एवं केसरिया रंग के वेष में बोल बम एवं हर हर महादेव के जयघोष के साथ श्रद्धालु हाथ मे गंगाजल लिये बाबा मंदिर की ओर जाते दिखे।
शिवगंगा के आसपास एवं पूरे मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं का सैलाब देर रात से ही दिखने लगा था। सभी श्रद्धालु देर रात्रि से ही कतारबद्ध होना प्रारंभ कर चुके थे। तो कई श्रद्धालु सूचना जनसम्कर्प विभाग द्वारा बनाये गये निःशुल्क आवासन केन्द्र में विश्राम करते भी दिखे। सावन की आखरी सोमवारी को श्रद्धालुओं के आने वाले सैलाब का पूर्वानुमान लग चुका था। सूचना जनसम्पर्क विभाग द्वारा बनाये गये सभी निःशुल्क आवासन केन्द्र तथा टेंट सिटी पूरी तरह से भरा दिखाई पड़ रहा था। आखरी सोमवारी को श्रद्धालुओं की बड़ी तादाद को देखते हुए सूचना सहायता कर्मी लगातार अपने कर्तव्य पर दिख रहे थे। ध्वनि विस्तारक यंत्र के माध्यम से बिछड़ों को मिलाया जा रहा था। सभी सूचना सहायता शिविर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ दिखाई दे रही थी।
श्रद्धालु शिवगंगा में स्नान कर बाबा का जलार्पण करते हैं। शिवगंगा में स्नान करने के दौरान किसी प्रकार की विपरीत स्थिति उत्पन्न नहीं हो इसके लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गयी हैं। फौजदारी दरबार में 1,13,505 श्रद्धालुओं ने बाबा फौजदारी नाथ पर जलार्पण किया। शीघ्र दर्शनम से 1929 श्रद्धालुओं ने जलार्पण किया है। शीघ्र दर्शनम से 5,78,700रुपये प्राप्त हुए। दान पेटी से 1,30,070 रुपये, गोलक से 43670 रुपये अन्य स्रोत से 5855 रुपये प्राप्त हुए। हुए।चांदी का सिक्का 10 ग्राम 4 एवं 5 ग्राम 5 पीस बिका। आखरी सोमवारी को 2160 डाक बम श्रद्धालुओं ने बाबा फौजदारी नाथ का जलार्पण किया।