पुलिस ने सुलझाई 48 घंटे में हत्या की गुत्थी, चार आरोपी गिरफ्तार
बोकारो : बोकारो जिले के बेरमो अनुमंडल स्थित नावाडीह थाना क्षेत्र में बीते 14 मई की रात हजारीबाग जिले के विष्णुगढ़ थाना क्षेत्र के सिरैया निवासी हेमलाल पंडित (52 वर्ष) की गोली मारकर हत्या की गुत्थी पुलिस ने महज 48 घंटे में ही सुलझा ली। रविवार को बोकारो में एसपी मनोज स्वर्गियारी ने बेरमो एसडीपीओ वशिष्ठ नारायण सिंह व नावाडीह थाना प्रभारी अमित कुमार सोनी की उपस्थिति में जानकारी दी। घटना के
मुख्य आरोपी एक महिला व उसके पुरुष दोस्त समेत कुल चार अपराधी धराए गए।
मुख्य आरोपी चंदा देवी हजारीबाग जिले की, उसका दोस्त प्रकाश सिंह गिरिडीह जिले का तथा शूटर विकास कुमार व डोमन राम धनबाद जिले के रहने वाले हैं। चारों में किसी भी अपराधी का बोकारो जिले से लेना-देना नहीं है, सिर्फ सुनसान जगह की तलाश करते हुए नक्सल प्रभावित नावाडीह में शूटरों ने घटना को अंजाम दिया था। एक पिस्टल, एक कट्टा, पांच राउंड गोली, चार मोबाइल और एक स्कूटी भी पुलिस ने बरामद किया है।
पति की मौत का बदला लेने के लिए की गई थी हत्या, शूटरों को नावाडीह में मिला सुनसान जगह :
बीते 14 मई की रात को अति नक्सल प्रभावित ऊपरघाट जाने वाली मुख्य सड़क पर चरकी पहरी के पास कार सवार सह चालक हेमलाल पंडित की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बगल में उनके पिता तुलसी पंडित भी बैठे हुए थे। दोनों झाड़-फूंक के काम से जुड़े हुए थे। उद्भेदन करते हुए पुलिस ने बताया कि मृतक हेमलाल पंडित के गांव की ही रहने वाली मुख्य आरोपी चंदा देवी ने अपने पति की मौत का बदला लेने के लिए ऐसा किया था। बीते साल अक्तूबर में उसकी पति की मौत हो गई थी। और उसे हेमलाल पंडित पर शक था कि उसने ओझा-गुनी के जरिए उसके पति को जहरीला खाना खिलाया था। तब से ही उसने हेमलाल पंडित को मारने का मन बना लिया था। ऐसे में उसने गिरिडीह के सरिया थाना क्षेत्र के अपने पुरुष दोस्त से संपर्क किया। फिर इसके बाद धनबाद के शूटरों से संपर्क किया गया। कुल 3 लाख में सौदा तय हुआ जिसके बदले 2.33 लाख का भुगतान कर दिया गया था। बीते 13 मई को भी हेमलाल पंडित की हत्या की कोशिश की गई थी। वहीं 15 मई को आखिरकार घटना को अंजाम दे दिया गया। उस दिन हेमलाल पंडित के घर जाकर 5 हजार रुपये उसके खाते में भेजने के बाद झाड़-फूंक के लिए नावाडीह की तरफ आने को कहा गया था। और यहां नक्सल प्रभावित व खासकर रात में सुनसान जगह पर अपराधियों को मौका मिल ही गया।
विधायक जयराम ने पुलिस की कार्यशैली पर उठाए थे सवाल, पुलिस ने उद्भेदन कर दिया जवाब :
नक्सल प्रभावित नावाडीह में उस रात जिस सुनसान जगह पर घटना को अंजाम दिया गया था, खासकर रात में आवाजाही कम होने के कारण देर रात घटना पर नजर गुजरते एक व्यक्ति को पड़ी थी। उसी की सूचना पर विधायक जयराम कुमार महतो मध्य रात्रि के बाद पहुंचे थे। और सीधे पुलिस की कार्यशैली एवं राज्य में विधि-व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए वीडियो वायरल किया था। इतना ही नहीं, अगले दिन थाना के बाहर रोड जाम व थाना के अंदर तोड़-फोड़ तक हुआ था। हालांकि पुलिस ने घटना का त्वरित उद्भदेन कर जवाब दिया।
थाना में तोड़-फोड़ पर एसपी ने कहा कि कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार किसी को भी नहीं : हत्या के दूसरे दिन नावाडीह थाना के बाहर रोड जाम और घेराव करते हुए थाना के अंदर बवाल व तोड़-फोड़ के मामले में एसपी ने कहा कि कानून को अपने हाथ में लेने का अधिकार किसी को नहीं है। उस दिन जो कुछ भी हुआ, वीडियो के आधार सभी को चिन्हित किया जा रहा है। कई लोग चिन्हित किए जा चुके हैं, और भी लोग चिन्हित किए जा रहे हैं।
नावाडीह में वाहन चोरी में पिछले माह अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह के चार सदस्य धराए थे :
नावाडीह थाना क्षेत्र अंतर्गत फुसरो-नावाडीह मुख्य मार्ग में कोदवाडीह गांव निवासी मनोज वर्णवाल के घर के बाहर से बीते 24 मार्च की रात चोरी की गई महिन्द्रा सवारी वाहन को 12 दिन बाद 8 अप्रैल को चतरा जिला से बरामद कर लिया गया था। साथ ही संलिप्त बिहार के गया जिले के परैया थाना क्षेत्र के दीपक कुमार व निरंजन कुमार एवं मगध मेडिकल थाना क्षेत्र के रॉकी रंजन कुमार तथा झारखंड के चतरा जिला के हंटरगंज थाना क्षेत्र के राहुल कुमार को गिरफ्तार कर अगले दिन तेनुघाट जेल भेज दिया गया था। एक बाइक व मोबाइल भी जब्त किया गया था। गया से ट्रेन से अपराधी बोकारो रेलवे स्टेशन उतरे थे। एसपी की ओर से एसआईटी का गठन किया गया था जबकि एसडीपीओ देखरेख कर रहे थे। इसके अलावा पुलिस कई बड़े व छोटे कांडों का लगातार उद्भेदन कर अपनी कार्य-कुशलता का परिचय दे रही है।