भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा बैंकों के एमएसएमई शाखाओं के अधिकारियों के क्षमता निर्माण हेतु कार्यशाला

भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा बैंकों के एमएसएमई शाखाओं के अधिकारियों के क्षमता निर्माण हेतु कार्यशाला

धनबाद: भारतीय रिज़र्व बैंक, राँची कार्यालय द्वारा दिनांक 19-20 मार्च 2025 को धनबाद जिले में कार्यरत विभिन्न बैंकों के एमएसएमई शाखाओं के अधिकारियों के क्षमता निर्माण हेतु दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन धनबाद के सोनोटेल होटल में किया गया। कार्यशाला में भारतीय रिजर्व बैंक के क्षेत्रीय निदेशक झारखंड प्रेम रंजन प्रसाद सिंह ने अपने सम्बोधन में देश के आर्थिक विकास और रोजगार सृजन में एमएसएमई क्षेत्र के योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होने कहा कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) व्यावसायिक नवाचारों के माध्यम से उद्यमशीलता प्रयासों के विस्तार में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। कहा कि एमएसएमई उद्यमिता को बढ़ावा देता है और रोजगार के बड़े अवसर निर्माण करता है। एमएसएमई अतिरिक्त खेतिहार मजदूरों को अपने में समाहित करने के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में प्रच्छन्न बेरोजगारी की समस्या कम करने में सहायक हैं एवं सहायक इकाइयों के रूप में बड़े उद्योगों के पूरक भी हैं और द्वितीयक और तृतीयक क्षेत्र के पूरे इको-सिस्टम में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आगे श्री सिंह ने यह भी कहा की एमएसएमई क्षेत्र अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देने के बावजूद कई चुनौतियों का सामना कर रहा है। प्रमुख चुनौतियों में भौतिक बुनियादी ढांचागत बाधाएँ, औपचारित्क रूप न दे पाना, प्रौद्योगिकी अपनाने में सुस्ती बर्तना, क्षमता निर्माण, आपूर्तिकर्ता और ग्राहक के बीच की कड़ी, ऋण और जोखिम पूंजी तक पहुँच की कमी, और इनके साथ-साथ देरी से भुगतान की सार्वकालिक समस्या शामिल हैं। इसलिए उन्होने बैंकर्स को उद्दमियों के प्रति संवेदनशील होने एवं एमएसएमई इकाइयों के जीवन चक्र को समझने और उन्हें समय पर पर्याप्त ऋण देने को कहा। इस अवसर पर बैंकों से अनुरोध किया गया कि इन योजनाओं के बारे में लोगों कों जागरूक करें एवं लाभार्थियों को चिन्हित कर रियायती ब्याज दर पर ऋण सहायता प्रदान करे। इस कार्यशाला से विभिन्न जिलों में कार्यरत एमएसएमई शाखाओं के अधिकारीगण लाभान्वित हुए। प्रतिभागियों को एमएसएमई संबंधी विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया। कार्यक्रम में भारतीय रिज़र्व बैंक, एसआईडीबीआई, एमएसएमई-डीईओ, एसबीआई इत्यादि के वरीय अधिकारियों ने एमएसएमई से संबंधित विषयों पर सत्र लिया। मौके पर भारतीय रिज़र्व बैंक के उपमहाप्रबंधक एवं प्रबन्धक भी उपस्थित रहें। इस कार्यशाला में बैंक ऑफ इण्डिया, भारतीय स्टेट बैंक, इंडियन बैंक, केनरा बैंक, एचडीएफ़सी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक के साथ साथ राज्य में उपस्थित अन्य प्रमुख बैंकों एवं लघु वित्त बैंकों के तीस अधिकारी सम्मिलित हुए।

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