गिरिडीह: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तत्वाधान में शनिवार को संघ समागम सह विजयादशमी उत्सव का आयोजन दुर्गा मंदिर मोहनपुर में हुआ । अपने पारंपरिक वेश और दंड सहित स्वयंसेवकों ने संचालन किया । संचालन के पश्चात यह संघ समागम में परिवर्तित हो गया । समागम की शुरुआत संघ के संजय जी प्रांत कार्यवाह, झारखंड, ब्रजनंदन प्रसाद जिला संघ संचालक, बबलू जी खंड कार्यवाह एवं संतोष राणा ने संयुक्त रूप से संघ प्रतीक भगवा ध्वज फहराकर एवं मां आदिशक्ति दुर्गा जी की तस्वीर के समझ दीप जलाकर पुष्प अर्पित किया । इस अवसर पर शस्त्र पूजन किया गया ।
प्रांत कार्यवाह ने कहा कि भारत शुरू से विश्व गुरु रहा है । संघ की नित्य शाखा से व्यक्ति निर्माण होता है व्यक्ति से समाज और समाज से स्वच्छ राष्ट्र का निर्माण होता है । देश पर जब-जब संकट आया है स्वयंसेवकों ने बढ़-चढ़कर समाज सेवा की है । संघ प्रमुख डॉ केशव बलिराम हेडगेवार ने सन 1925 के विजयादशमी के दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना की थी।आज संघ 98 वर्ष का हो गया है । संघ वर्ष में 6 उत्सव मनाता आ रहा है। उसमें यह एक है। शारदीय नवरात्र में मां आदिशक्ति का आह्वान किया जाता है जो शक्ति की अधिष्ठात्री मानी जाती है और पूरी सृष्टि का संचालन मां दुर्गा करती है। ऐसे में देवी का अपने आप में ऊर्जा का संचरण करता है । कहा कि आरएसएस इस अवसर पर शस्त्र की पूजा अपने आत्मरक्षा के लिए करता है । संघ में संपूर्ण सामाजिक जीवन के लिए सामाजिक सांस्कृतिक उत्थान का कार्य किया जाता है। इसका उद्देश्य भारतवर्ष को परमवैभव पर ले जाना है ।
मौके पर काफी संख्या में स्वयंसेवक एवं मातृ शक्ति उपस्थित थी । कार्यक्रम में मुकेश रंजन सिंह, सह विभाग कार्यवाह गौरी शंकर, जिला कार्यवाह अरविंद त्रिवेदी, संदीप खंडेलवाल, संतोष खत्री, धर्मवीर, सोनू, शंभू, दिनेश यादव, प्रकाश महासेठ, चुन्नुकांत, विनय सिंह आदि उपस्थित थे।