डीएवी ढोरी में सीबीएसई प्रायोजित तंबाकू मुक्त भविष्य और मानसिक स्वास्थ्य विषय पर परिचर्चा

बोकारो: डीएवी पब्लिक स्कूल ढोरी में सीबीएसई द्वारा प्रायोजित तंबाकू मुक्त भविष्य और मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित परिचर्चा का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम दीप प्रज्वलन और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ कार्यक्रम का प्रारंभ किया गया। जिसमें सदर हॉस्पिटल बोकारो के डॉक्टर प्रशांत कुमार मिश्रा, डॉक्टर असलम और डॉक्टर छोटेलाल दास के साथ विद्यालय के प्राचार्य एस कुमार ने दीप प्रज्वलित किया। प्रचार्य ने पुष्प गुच्छ देकर आगंतुकों का सम्मान किया। सर्वप्रथम डॉक्टर असलम ने तंबाकू मुक्त भविष्य के बारे में परिचर्चा कि इसमें कक्षा नवम और दशम के छात्रों ने भाग लिया।

इस परिचर्चा का मुख्य उद्देश्य यह है कि विद्यालयों में नए सिरे से जो तंबाकू के प्रति रोचकता बढ़ रही है बच्चों को इस बुरी लत से मुक्त करने के लिए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा मार्ग निर्देश दिया गया है। इस आदेश के आलोक में इस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। संपूर्ण भारत में आज तंबाकू के विभिन्न प्रारूपण से उत्पन्न होने वाली कैंसर जैसी बीमारियों के प्रति लोगों में जागरूकता उत्पन्न करना आवश्यक है। बच्चे देश के भविष्य हैं अगर आज वर्तमान ही इनका मादक पदार्थ तंबाकू इत्यादि के सेवन में लिप्त रहता है तो कल उनके बेहतर भविष्य पर सवालिया निशान खड़े होंगे। डॉक्टर असलम ने ग्राफिक्स के जरिए सरकार द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों के अनुपालन हेतु विभिन्न शैक्षिक संस्थानों में किस प्रकार की जागरूकता लाई जानी चाहिए जिससे बच्चे सतर्क सजग और जागरूक बन सकें।

विद्यालय परिसर में अथवा इसके 100 मीटर के दायरे में इसे प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। समय समय पर बोकारो के उपायुक्त के निर्देश के आलोक में तथा जिला शिक्षा अधीक्षक बोकारो के आदेश अनुसार परिसर में कई जगह तंबाकू मुक्त बैनर पोस्टर इत्यादि लगाए गए। डॉक्टर प्रशांत किशोर मिश्रा ने मानसिक स्वास्थ्य पर परिचर्चा में भाग लेते हुए बच्चों में परीक्षा के समय तनाव मुक्त कैसे रहा जाए इसके लिए योजनाएं बताई उन्होंने कहा कि अपना काम जो आज का है उसे आज ही निष्पादित करें जमा करके रखेंगे तनाव बढ़ता जाएगा और तनाव युक्त वातावरण में आप कभी भी अपना बेहतर कार्य नहीं कर सकते। यह न सिर्फ विद्यालय अवधि में अपितु घर परिवार और समाज में भी गुजर बसर करने के क्रम में बहुत सारे अप्रत्याशित कार्य कैसे आ जाते हैं जो आपको चिंतित कर देते हैं। तनाव मुक्त रहने के लिए हर कार्य की एक योजना होनी चाहिए खान-पान सही होना चाहिए। नियमित खेलकूद, योग, मेडिटेशन इत्यादि कार्यों में रुचि लेनी चाहिए और आपने सुना होगा व्यस्त रहें मस्त रहें। इस प्रकार उन्होंने बच्चों को तनाव मुक्त रहने का गुर बताया। डॉक्टर छोटेलाल दास ने इन दोनों बिंदुओं पर क्विज का आयोजन भी किया स्लाइडर के माध्यम से जो बच्चों को बताए गए थे। उनही से प्रश्न किए गए और क्विज प्रतियोगिता में विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया गया।

विद्यालय के प्राचार्य एस कुमार ने अपने उद्बोधन में बताया कि आज की परिचर्चा बच्चों के लिए लाभकारी रही आशाएं नहीं वरण पूर्ण विश्वास है कि आज दूसरे भगवान कहे जाने वाले इन चिकित्सकों के मार्गदर्शन पर चलने का प्रयास करेंगे तथा उनकी बातों को जीवन में उतारने का प्रयास करेंगे। आज के कार्यक्रम के संयोजक सहगामी क्रियोओ के प्रभारी एस के शर्मा उधोषक के रूप में अशोक पाल, प्रशांत सहाय, डॉ शिवेंद्र कुमार, सुनील कुमार ,आशुतोष मिश्रा मिस सोनिया, स्पर्श, लक्ष्मी, रोहित सिंह, उमाशंकर सिंह, साधु चरण शुक्ला, अनिल कुमार सिंह, राकेश कुमार तथा अन्य शिक्षक शिक्षिकाओं ने कार्यक्रम को सफल करने में अपनी मह्ती भूमिका निभाई।

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